कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी लगे युवाओं के विरुद्ध
No-Confidence motion of Congress
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया ने उठाए कांग्रेस पर सवाल
- कांग्रेस नहीं चाहती कि राज्य में गरीब के बच्चे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें
चंडीगढ़: No-Confidence motion of Congress: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया ने कांग्रेस द्वारा विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा सरकार के विरुद्ध लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर सवाल उठाए हैं। सुदेश कटारिया ने कहा कि जनता के प्यार और आशीर्वाद की बदौलत इस फ्लोर टेस्ट में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विजय होगी, लेकिन कांग्रेस का यह अविश्वास प्रस्ताव भाजपा सरकार के विरुद्ध न होकर प्रदेश की उस भोली और गरीब जनता के विरुद्ध है, जिन्हें केंद्र व राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
विपक्ष के नेता के नाते पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा के विरुद्ध विधानसभा स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव दिया है। सीएम के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया ने कहा कि विपक्ष को सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने का कोई हक नहीं है। विपक्ष स्वयं ही प्रदेश की जनता का विश्वास खो चुका है। लोगों को उसके वादों और घोषणाओं पर किसी तरह का भरोसा नहीं है। विपक्ष की यह लड़ाई सिर्फ कुर्सी हथियाने की जिद्दोजहद तक सीमित है। विपक्ष खासकर कांग्रेस को लोगों के हितों से कोई लेना देना नहीं है।
सुदेश कटारिया ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 10 साल तक प्रदेश की सत्ता चलाने का मौका मिला, लेकिन इन 10 सालों में हुड्डा ने प्रदेश कल्याण के फैसले लेने की बजाय कांग्रेस नेताओं व सोनिया गांधी के परिवार के कल्याण के फैसले लिए। प्रापर्टी डीलिंग का काम किया। जमीनों के अधिग्रहण का डर दिखाकर किसानों को अपनी जमीन औने-पौने दामों पर बिल्डरों को बेचने के लिए माहौल बनाने का काम किया। ऐसी सरकार को एक भी दिन सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं था और इसी वजह से प्रदेश की जनता ने हुड्डा सरकार को धराशायी कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार को स्वीकार किया।
चीफ मीडिया कार्डिनेटर ने कहा कि कांग्रेस द्वारा पांच साल के भाजपा के कार्यकाल में दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। यह अविश्वास प्रस्ताव प्रदेश के उन गरीब लोगों के विरुद्ध है, जिनके बच्चे बिना पर्ची और बिना खर्ची के नौकरी लगे हैं। पूरे राज्य में गरीब और पढ़े लिखे वर्ग के लोग तथा उनके बच्चे काफी खुश हैं कि पहली बार कोई मुख्यमंत्री ऐसा आया, जिसने कांग्रेस के सफेद धौलकपड़ियों को धूल चटा दी और प्रतिभा का सम्मान किया।
यह पढ़ें:
पंचकूला में ए एल एम उम्मीदवारों से रुपए लेकर चरित्र प्रमाण पत्र बना रहा था एलर्जी का डॉक्टर
कुछ युवा किसान आंदोलन में हुल्लड़बाजी करने जा रहे हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा: सुमित कुमार